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Magnetic Recording of Sound in Hindi

 परिचय (Introduction):

पिछले अध्याय में आपने देखा कि किस प्रकार Microphone-Amplifier-loudspeaker Combination द्वारा sound को Public Address  Systems हेतु प्रवर्धित किया जा सकता है। किन्तु Sound को प्रवर्धित करने के साथ-साथ उसको store करने की भी सदा से मनुष्य की चाह रही है। यदि Sound को store करना सम्भव न होता तो गीत, संगीत तथा महान कलाकारों की गायन प्रतिमा को न तो बार-बार सुनना संभव हो पाता, न ही इस कला को सदियों तक सहेज कर रख पाना सम्भव हो पाता। के. एल. सहगल, मुकेश, मौ. रफी, लता मंगेशकर, आशा भौसले तथा अन्य गायकों द्वारा गाये गये पुरानी फिल्मों के मधुर गीतों के संग्रह आज तक हमें झकझोरते हैं, किन्तु यदि sound recording systems विकसित न किये गये होते, तो इन गीतों को रिकॉर्ड करके store करना सम्भव नहीं हो पाता। मनोरंजन के क्षेत्र के साथ-साथ ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में Recording का विशेष महत्व है। बड़े-बड़े ज्ञानियों के संदेश, महापुरूषों के संबोधन, विशेषज्ञों के लैक्चर यह सब Recording के पश्चात् न केवल बार-बार सुने जा सकते हैं बल्कि सहेज कर भी रखे जा सकते हैं तथा भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के Inspiration भी बन सकते हैं। समय के साथ Sound recording की कई विधियाँ प्रचलन में आई जैसे disc recording, magnetic recording, optical recording etc., लेकिन sound की digital recording तथा CD के प्रचलन में आने के बाद तथा VCD, DVD, MP3 तथा ब्लू-रे तकनीकों के विकास होने पर पुरानी विधियों ने धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खो दिया है।

Disc Recording की पुरानी विधि में rotating disc पर एक cutting stylus (cutting needle) जो कि एक coil से लिपटे armature से attach होती थी तथा coil से audio current pass होने पर इसमे audio current के समानुपाती vibrations उत्पन्न होते हैं) द्वारा spiral grooves काटे जाते थे तथा recording की जाती थी

चूंकि CD पर Recording एक पुरानी विधि है तथा आपके syllabus में नहीं है, अतः, audio recording की चर्चा magnetic tape recording से शुरु की जा रही है।


 साउन्ड की मैगनेटिक रिकॉर्डिंग 

 (Magnetic Recording of Sound In Hindi)

Magnetic Recording में ध्वनि दाब से होने वाले परिवर्तनों को छोटी-छोटी magnets के रूप में (elementary magnets या सूक्ष्म चुम्बको के रूप में) स्टोर किया जाता है, जिनकी लम्बाई तथा strength (शक्ति या ताकत) ध्वनि Signals पर निर्भर करती है। 

सिद्धान्त (Principle) - 

जब कुछ पदार्थ (जैसे कि iron oxide) चुम्बकीय क्षेत्र में लाये जाते हैं तो इनमें चुम्बकत्व उत्पत्र हो जाता है (get magnetized) तथा यह उस magnetism (चुम्बकत्व) को स्थायी रूप से तब तक retain (या store) करते हैं जब तक इनको change न किया जाये। चुम्बकीय Recording हेतु ध्वनि दाब परिवर्तनों को पहले microphone द्वारा वैद्युत परिवर्तनों (Audio Signal) में कनवर्ट किया जाता है। माइक्रोफोन की आउटपुट को प्रवर्धक द्वारा प्रवर्षित किया जाता है तथा फिर इसको इलैक्ट्रोमैगनेट की कुण्डली को दिया जाता है। इस इलैक्ट्रोमैगनेट को head कहा जाता है तथा इसमें एक छोटा सा air gap होता है  चूंकि air का magnetic reluctance काफी अधिक होता है, अतः इस उच्च reluctance के कारण इसमें ने magnetic lines of force आसानी से pass नहीं कर पातीं। यदि एक टेप जिसमें कि चुम्बकीय पदार्थ (जैसे कि iron oxide) की कोटिंग लगी हो, गैप के नीचे से पास कराया जाता है, तो lines of force इसे आसानी से pass से पास कर जाती हैं, जिससे iron oxide में छोटी- छोटी चुम्बकें (elementary magnets) उत्पन्न हो जाती है  electromagnet की चुम्बकीय शक्ति (magnetic strength), तथा iron oxide द्वारा cover किये गये gap की चुम्बकीय शक्ति, Audio धारा पर निर्भर करती है। अत: tape पर iron oxide की coating का magnetization (चुम्बकत्वीकरण) Audio धारा पर निर्भर करती है तथा इस प्रकार ध्वनि दाब परिवर्तनों पर निर्भर करती है। अतः साधारण शब्दों में, ध्वनि को magnetic tape पर coated iron oxide पर छोटी-छोटी चुम्बकों के रूप में रिकॉर्ड कर दिया जाता है। यह magnetism iron oxide पर काफी लम्बे समय तक retain (संग्रह करके रखना) की जा सकती है। अतः इस प्रकार sound को परिवतीं magnetic field के रूप में रिकॉर्ड कर दिया जाता है।

चूंकि CD पर Recording एक पुरानी विधि है तथा आपके syllabus में नहीं है, अतः, audio recording की चर्चा magnetic tape recording से शुरु की जा रही है।

में Audio (Signal की तीन cycles के लिये टेप का magnetization प्रदर्शित है। आप नोट करें कि audio signal की wavelength बढ़ने पर tape पर उत्पन्न bar-magnets की लम्बाई बढ़ जाती है। प्रत्येक audio cycle दो bar-magnets उत्पन्न करती है।

अलग-अलग बेवलैंथ के तीन audio cycles द्वारा टेप का magnetization (wavelength के बढ़ने से tape पर उत्पन्न bar-magnets की length बढ़ जाती है।)


रिकॉर्डेड वेव लैंथ, गैप विड्द्य तथा टेप विड्द्ध में संबंध 

Relationship between Recorded Wavelength In Hindi 

Gap Width and Tape Speed  In Hindi 

आडियो Signal के एक चक्र (cycle) द्वारा चुम्बकित (magnetize) किये गये टेप की लम्बाई को रिकॉर्डेड वेवलेंथ कहा जाता है। यदि टेप की स्पीड S (cm/s में) है, Audio Signal की आवृत्ति / (Hz मे) है, तो रिकॉर्डेड वैवलैंथ का मान (cm में) होगा-

जैसे-जैसे Frequency बढ़ती है, 入 का मान कम हो जाता है। उच्च Audio frequencies पर विपरीत ध्रुवों (opposite poles) अत्यंत निकट हो जाते हैं। विपरित ध्रुवों के ज्यादा निकट आ जाने से self-demagnetization (स्वतः विचुम्बकीयकरण) होने लगता है, जिससे magnetic strength कमजोर हो जाती है। अतः उच्च Audio frequencies टेप पर अपेक्षाकृत कमजोर bar-magnets (weaker bar magnets) उत्पन्न करती हैं।