विद्युतचालित बल (Electromotive Force - EMF) का अर्थ उस ऊर्जा से है जो विद्युत स्रोत द्वारा प्रति चार्ज यूनिट पर उत्पन्न की जाती है। यह बल चार्ज को स्रोत के भीतर और बाहरी सर्किट में प्रवाहित करने के लिए आवश्यक होता है।
बदलती विद्युतचालित बल
(Alternating Electromotive Force)
का मतलब है कि यह बल समय के साथ बदलता रहता है, जिससे विद्युत धारा भी समय के साथ दिशा और परिमाण में बदलती रहती है। इसे आमतौर पर AC (Alternating Current) के रूप में जाना जाता है।
बदलती विद्युतचालित बल की अवधारणा
- प्राकृतिक स्रोत: बदलती विद्युतचालित बल का सबसे सामान्य उदाहरण विद्युतजनित्र (Generator) है, जो चुंबकीय क्षेत्र में कुंडली को घुमाकर उत्पन्न होती है।
- फ्रिक्वेंसी: AC में, बल और धारा एक विशिष्ट आवृत्ति (Frequency) पर बदलती रहती है, जो हर्ट्ज़ (Hertz) में मापी जाती है। उदाहरण के लिए, भारत में घरेलू विद्युत आपूर्ति 50 हर्ट्ज़ की आवृत्ति पर होती है।
- फेज: बदलती विद्युतचालित बल की विशेषता यह है कि यह समय के साथ एक साइन (sine) तरंग के रूप में बदलती रहती है, जो समय के साथ एक निरंतर चक्र में आगे-पीछे होती रहती है।
AC की विशेषताएं
- दिशा परिवर्तन: AC धारा नियमित अंतराल पर दिशा बदलती है।
- लाभ: AC को ट्रांसफार्मर की मदद से आसानी से उच्च या निम्न वोल्टेज में बदला जा सकता है, जिससे यह लंबी दूरी तक विद्युत संचारण के लिए उपयुक्त बनता है।
- प्रयोग: बदलती विद्युतचालित बल और धारा का उपयोग घरों, उद्योगों और विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में व्यापक रूप से किया जाता है।
बदलती विद्युतचालित बल के लाभ
- ऊर्जा की बचत: लंबी दूरी तक विद्युत संचारण में ऊर्जा की कम हानि होती है।
- लचीला उपयोग: इसे विभिन्न प्रकार के विद्युत उपकरणों में आसानी से उपयोग किया जा सकता है।
इस प्रकार, बदलती विद्युतचालित बल विद्युत ऊर्जा के उत्पादन, संचारण और उपयोग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
Alternating Voltage
बदलता वोल्टेज (Alternating Voltage) का अर्थ है एक ऐसा वोल्टेज जो समय के साथ अपनी दिशा और परिमाण को नियमित रूप से बदलता रहता है। इसे आमतौर पर AC (Alternating Current) के रूप में जाना जाता है।
बदलता वोल्टेज की अवधारणा
साइन वेव (Sine Wave):
- बदलता वोल्टेज आमतौर पर साइन वेव के रूप में दर्शाया जाता है। साइन वेव एक गणितीय तरंग है जो समय के साथ एक निश्चित आवृत्ति (Frequency) पर ऊपर और नीचे जाती है।
- इसका सामान्य समीकरण होता है: , जहाँ समय पर वोल्टेज है, अधिकतम वोल्टेज है, और आवृत्ति है।
आवृत्ति (Frequency):
- बदलता वोल्टेज एक निश्चित आवृत्ति पर बदलता है, जो हर्ट्ज़ (Hertz) में मापी जाती है। उदाहरण के लिए, भारत में घरेलू विद्युत आपूर्ति की आवृत्ति 50 हर्ट्ज़ है।
फेज (Phase):
- साइन वेव की स्थिति को फेज कहा जाता है। विभिन्न सर्किटों में एक ही आवृत्ति पर अलग-अलग फेज का वोल्टेज हो सकता है।
बदलते वोल्टेज के गुण
दिशा परिवर्तन:
- AC वोल्टेज नियमित अंतराल पर अपनी दिशा बदलता है। एक पूर्ण साइकिल में यह सकारात्मक और नकारात्मक वोल्टेज के चरणों से गुजरता है।
परिमाण परिवर्तन:
- AC वोल्टेज का परिमाण समय के साथ बदलता रहता है। अधिकतम वोल्टेज और न्यूनतम वोल्टेज (0 वोल्ट) के बीच में इसकी मान बदलती रहती है।
रूट मीन्स स्क्वायर (RMS) वोल्टेज:
- RMS वोल्टेज AC वोल्टेज का एक प्रभावी मूल्य है, जो यह दर्शाता है कि AC वोल्टेज कितना काम कर सकता है। यह एक DC वोल्टेज के तुलनीय है।
- गणना का सूत्र:
बदलते वोल्टेज के लाभ
ऊर्जा संचारण:
- बदलता वोल्टेज लंबी दूरी तक ऊर्जा संचारण के लिए अधिक उपयुक्त है, क्योंकि इसे ट्रांसफार्मर की मदद से आसानी से उच्च या निम्न वोल्टेज में बदला जा सकता है।
सुरक्षित और किफायती:
- AC वोल्टेज के माध्यम से विद्युत ऊर्जा का वितरण सुरक्षित और किफायती होता है।
अनुप्रयोग
घरेलू उपयोग:
- घरों में उपयोग होने वाले सभी उपकरण बदलते वोल्टेज पर ही चलते हैं।
औद्योगिक उपयोग:
- उद्योगों में बड़े-बड़े मशीनें और उपकरण AC वोल्टेज पर ही कार्य करते हैं।
विद्युत संचारण:
- बिजली उत्पादन संयंत्रों से घरों और उद्योगों तक बिजली के संचारण में AC वोल्टेज का उपयोग किया जाता है।
इस प्रकार, बदलता वोल्टेज हमारे दैनिक जीवन में और उद्योगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका प्रभावी और सुरक्षित उपयोग विद्युत ऊर्जा के संचारण और वितरण में मदद करता है।