दोलित्र (Oscillator ) क्या है What is Oscillator in Hindi
नोट - इस खण्ड में आपके सिलेबस में केवल Hartley oscillator ( for RF generation ) व Wein bridge oscillator ( for LF generation है ) , परीक्षा की तैयारी हेतु शेष को आप छोड़ सकते हैं।
कई इलैक्ट्रानिक युक्तियों को ऐसे a.c. ऊर्जा स्रोतों की आवश्यकता होती है जो कि वांछित आवृत्ति का a.c. सिगनल प्रदान कर सके । इसके लिये दोलित्र का प्रयोग किया जाता है । दोलित्र कुछ Hz से कई KHz ( तथा MHz ) आवृत्ति के सिगनल उत्पन्न कर सकते हैं।
उदाहरणतः रेडियो व टी ० वी ० संचार में दोलित्र उच्च आवृत्ति तरंग ( कैरियर तरंग ) उत्पन्न कर सकते हैं । रेडियो ,टी ० वी ० तथा अन्य इलैक्ट्रॉनिक युक्तियों के repair मे भी ऑडियो आवृत्ति तथा रेडियो आवृत्ति सिगनलों की आवश्यकता होती है।
दोलित्र ज्यावक्रीय ( sinusoidal ) या अज्यावक्रीय ( non - sinusoidal ) तरंगें उत्पन्न कर सकते हैं । इस अध्याय में हम ज्यावक्रीय तरंगे उत्पन्न करने वाले दोलित्रों का अध्ययन करेंगे।
दोलित्र एक ऐसा परिपथ होता है जो वांछित आवृत्ति ( desired frequency ) की विद्युत तरंगें उत्पन्न करता है । A.C. आउटपुट प्रदान करने के लिये वांछित ऊर्जा को यह d.c. स्त्रोत से प्राप्त कर लेता है।