सबल अर्द्धचालक
( Rich Semi - conductors )
जिन पदार्थों की परमाणवीय संरचना में चार संयोजी इलेक्ट्रॉन होते हैं , चतुर्थ संयोजी पदार्थ कहलाते हैं । ये पदार्थ विद्युत के अल्पसुचालक होते हैं , इन्हें सबल अर्द्धचालक कहते हैं ।
जैसे- कार्बन , सिलिकॉन तथा जर्मेनियम ।
व्याख्या ( Explanation ) : परिभाषा के अनुसार , " वे पदार्थ जिनकी बाह्यकोश में चार इलेक्ट्रॉन होते हैं , सबल अर्द्धचालक कहलाते हैं । इन्हें शुद्ध अर्द्धचालक पदार्थ भी कहते हैं इन पदार्थों की संयोजकता चार होती है । इन पदार्थों का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स में सभी अर्द्धचालक डिवाइस के निर्माण में किया जाता है । चित्र 4 में कार्बन , सिलिकॉन तथा जर्मेनियम सबल अर्द्धचालक पदार्थों की परमाणु संरचना प्रदर्शित की गई है ।
संकेत - C
परमाणु क्रमांक - 6
बोर बरी संरचना -2 , 4,
कार्बन
संकेत - Si
परमाणु क्रमांक - 14
बोर बरी संरचना -2 , 8 , 4
सिलिकॉन
संकेत - Ge
परमाणु क्रमांक - 32
बोर बरी संरचना 2 , 8 , 18 , 4
जर्मेनियम
कार्बन , सिलिकॉन तथा जर्मेनियम सबल अर्द्धचालक पदार्थों की परमाणु संरचना
चूँकि कार्बन , सिलिकॉन तथा जर्मेनियम की बाहरी कक्षा में चार - चार इलेक्ट्रॉन है । अतः इन तत्वों की संयोज ता चार है अतः ये तत्व इलेक्ट्रिसिटी के सबल अर्द्धचालक हैं ।